वर्तमान परिवेश में स्वास्थ्य के लिए फेश कवर मास्क का उपयोग करना आवश्यक, जिलाधिकारी ने आमजन को दिया परामर्श, कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु चल रही व्यवस्थाओं से दिखे अंतुष्ठ
उन्नाव। डीएम रवीन्द्र कुमार ने उत्तर प्रदेश शासन चिकित्सा अनुभाग 05 के पत्र के क्रम में जिले के सभी लोगो से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 के संदर्भ में चिकित्सीय विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 से बचाव व रोकथाम के लिए अब से प्रत्येक व्यक्ति को फेस कवर (मास्क) पहनने का परामर्श दिया गया है, जो जनपद की वर्तमान स्थिति के परिप्रेक्ष्य में प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। उन्होंने समस्त जनपद वासियों से अनुरोध करते हुए कहा है कि कोविड-19 से निवारण के लिए आप सब द्वारा अब तक प्रदान किए गए सहयोग के अनुक्रम में ही कृपया घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय अनिवार्य रूप से फेस कवर पहनने को अपनी आदत में सम्मिलित कर कोविड- 19 को जड़ से उखाड़ने में जिला प्रशासन के जन हितार्थ किए जा रहे प्रयासों को समर्थन प्रदान करने का कष्ट करें। डीएम ने कहा कि अपनी नाक और मुंह को ढक कर हम संक्रमण से बचने में काफी हद तक कामयाब हो सकते हैं। यह उपयुक्त होगा कि आप किसी साफ कपड़े से स्वयं ही तीन पर्तों वाला मास्क बना लें जिसे साबुन से सफाई से धोकर प्रयोग में लाया जा सकता हो। मास्क को प्रयोग में लाने के बाद इसे अच्छी तरह से साफ करना न भूलें और कभी भी उपयोग में लाया हुआ फेस कवर मास्क बिना साबुन से अच्छी तरह साफ किये न पहनें। यदि आपके पास ऐसा ’’फेस कवर’’ उपलब्ध न हो तो गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि को भी लपेट कर मुंह और नाक को ढका जा सकता है। डीएम ने कहा कि मैं आशा करता हूं कि सभी लोग इसमें अपना सहयोग प्रदान कर सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयास को बल प्रदान करेंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते मस्जिदों में नहीं हुई जुमा की नमाज
वायरस संक्रमण के बचाव को लेकर शहर की मस्जिदों में भीड़ एकत्र होने के चलते जुमे की नमाज तीसरे शुक्रवार को भी नही हुई। लोगों ने अपने अपने घरों में जोहर की नमाज अदा की। कुछ मस्जिदों में बाहर संदेश चस्पा कर ताला डाल दिया गया। मस्जिदों के बाहर फोर्स तैनात रहा। जुमा के दिन शहर में किला व जामा मस्जिद में सबसे ज्यादा नमाजियों की भीड़ एकत्र होती है। उधर, सभी मस्जिदों के बाहर पहले ही नोटिस चस्पा कर दी गई थी। मौलाना निसार अहमद मिस्बाही ने ताला लगाकर जुमे की नमाज न होने का एलान कर दिया था। इसी तरह ज्यादातर मस्जिदों का भी यही हाल रहा। शहर काजी मौलाना निसार अहमद मिस्बाही ने बताया कि खुद की सेहत का ख्याल रखते हुए अन्य लोगों को सुरक्षित रखने के तहत ऐसा ऐलान किया गया है।
भ्रमण के दौरान डीएम एसपी ने राममूर्ति स्मारक अस्पताल का लिया जायजा
एसपी व डीएम ने नवाबगंज क्षेत्र में स्थापित राममूर्ति स्मारक अस्पताल में कोरोना वायरस के रोकथाम व उनके उपचार के लिए 100 बेड आरक्षित कराये जाने व अब तक हुई तैयारियों का जायजा लिया। उपस्थित प्रबन्धक को निर्देश दिये कि समय से बेडो की तैयारी रखे ताकि समय पर इस अस्पताल का उपयोग किया जा सकें। डीएम ने प्राथमिक विद्यालय भैसौरा, कन्या प्राथमिक विद्यालय, तथा श्याम लाल इन्टर कॉलेज विकास क्षेत्र नवाबगंज का निरक्षण किया। बाहर से आये ग्रामीणों को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर क्वॉरेंटाइन किये गये व्यक्तियों के रहने, खाने व उनको दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में एसडीएम हसनगंज, जिला विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर पचायत व सम्बन्धित ग्राम प्रधान से विस्तार से जानकारी ली। डीएम ने प्राथमिक विद्यालय भैसौरा में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गये 12 लोगो के बारें में उपस्थित ग्राम विकास अधिकारी गुडडू श्रीवास्तव से विस्तार से जानकारी ली। जिस पर डीएम उनके द्वारा की गई व्यवस्था से कॉफी असन्तुष्ट रहे। जिस के कारण डीएम ने ग्राम विकास अधिकारी को विभागीय कार्यवाही व चार्जसीट दिये जाने के निर्देश दिये व जिला विकास अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारी को भी नवबगंज ब्लाक क्षेत्र में सही सुपरविजन एवं उनके द्वारा कोरोना वायरस के बचाव से सम्बन्धित तैयारियों का स्थलीय पर्यवेक्षण सन्तोष जनक न होने के कारण उन्हे भी स्पष्टीकरण दिये जाने के निर्देश दिये। डीएम ने कन्या प्राथमिक विद्यालय-नवाबगंज में बने कम्यूनिटी किचेन का निरीक्षण किया।